शीर्षक:-नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना
लेखक:-युधिष्ठिर महतो (कुमार युडी)
आने वाला कल खुशियों से हो भरा,
उमंग और उत्साह हो समंदर सा गहरा,
अच्छाई की किरण मन में जगा,
बैर हैं अगर अब न रखना,
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना।।1।।
भविष्य सबका हो सुनहरा,
अधूरी इच्छाएँ पूरी हो मनोकामना,
अच्छे विचारों की ज्योत सब जलाना,
नन्हें-नन्हें आँखों से ख्वाब तुम बुनना,
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना।।2।।
उल्लास में भी गलत न करना,
परिवार संग भरपूर समय बिताना,
दोस्तों को शुभकामनायें देना,
बेहतर समाज की कल्पना तुम करना,
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना।।3।।
बड़ो का सम्मान करना,
छोटों में प्यार बाँटना,
गम में भी मुस्कुराना,
ज्ञान हो तो लोगों में बाँटना,
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना।।4।।
बन सको तो सूरज सा चमकना,
सोने सा खरा कोयले में हीरा ढूंढना,
गलती की हैं तो स्वयं को बदलना,
उम्मीद न छोड़ना प्रयास करते रहना,
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना।।5।।